कृत्रिम बुद्धिमता (AI) और रोबोटिक्स का विकास ने हमारे रोजगार के भविष्य पर बड़ा असर डाला है। आपकी नौकरी कितनी सुरक्षित है, यह जानना चाहते हैं? “क्या रोबोट मेरी नौकरी ले लेंगे?” इस सवाल से निपटना शायद आपके लिए भी आम होगा。
पिछले सालों में औद्योगिक रोबोटों की संख्या 20 लाख तक पहुंच गई है. ये रोबोट मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों में काम करते हैं, जहां वे मानव कर्मचारियों की जगह ले लेते हैं. 1970 से अब तक, संयुक्त राज्य अमेरिका में कामगारों की संख्या 19.5 मिलियन से घटकर 12.7 मिलियन हो गई है. ऑटोमेशन, वैश्वीकरण, श्रम संघों का कमजोर होना और लागत घटाने की नीति के कारण है.
लेकिन, 1990 के दशक में अमेरिकी बैंकों ने एटीएम मशीनें लगाईं, लेकिन बैंक कर्मचारियों की संख्या बढ़ी. यह बताता है कि ऑटोमेशन नौकरियों के नुकसान का कारण नहीं होता है, बल्कि नए रोजगार के अवसर भी पैदा करता है。
मुख्य बिंदु
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स का नौकरियों पर गहरा प्रभाव
- रोबोट नौकरियों को कैसे प्रभावित कर रहे हैं
- ऑटोमेशन का बढ़ना और नए रोजगार के अवसर
- मानव कर्मचारियों की संख्या में कमी के पीछे कई कारण
- भविष्य में कौन से क्षेत्रों में नौकरियां सुरक्षित रह सकती हैं
प्रोग्रामिंग भाषाएं और रोबोट नौकरी क्षमताएं
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ऑटोमेशन ने कुछ नौकरियों को बदल दिया है। कंप्यूटर प्रोग्रामर, वेब डेवलपर्स और ग्राफिक डिजायनर्स जैसे क्षेत्रों में इसका प्रभाव देखा गया है।2 मैक्किन्जी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक कई नौकरियों को खतरा हो सकता है। लगभग 60% नौकरियों को ऑटोमेशन से प्रभावित होने की संभावना है, जिससे दोनों विकसित और उभरते देशों को प्रभावित होगा।
कंप्यूटर प्रोग्रामर, वेब डेवलपर्स, ग्राफिक डिजायनर का भविष्य
मशीन ऑपरेटर, फास्ट-फूड कर्मचारी और बैक-ऑफिस कर्मचारी ऑटोमेशन से सबसे अधिक प्रभावित होंगे।2 दिजिटल इंडिया से रोबोटिक इंडिया की ओर संक्रमण की आवश्यकता है। सरकार, उद्योग और शिक्षा के बीच सहयोग जरूरी है। हेल्थकेयर सेवाएं और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में ऑटोमेशन के बावजूद नौकरी की संभावना है।
2014 में भारत में 2,100 औद्योगिक रोबोट थे। 2018 तक यह संख्या 27,100 हो गई।2 संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी, कोरिया और चीन जैसे देशों की तुलना में भारत पीछे है। मेक इन इंडिया पहल के माध्यम से रोबोटिक औद्योगीकरण की ओर संक्रमण किया गया है।
लागत और जटिल घरेलू संरचनाओं के कारण भारत में रोबोटिक्स विकास में चुनौतियां हैं। लेकिन मेक इन इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से प्रगति की उम्मीद है। तकनीकी उन्नति और ऑटोमेशन के कारण रोबोट मशीन एकीकरण के कारण नौकरी के नुकसान से चिंता है।
देश | औद्योगिक रोबोट्स (2014) | औद्योगिक रोबोट्स (2018) |
---|---|---|
संयुक्त राज्य अमेरिका | 232,500 | 293,230 |
ब्रिटेन | 16,570 | 21,700 |
जापान | 310,700 | 375,200 |
जर्मनी | 171,300 | 221,500 |
कोरिया | 47,600 | 75,300 |
चीन | 36,560 | 105,600 |
भारत | 2,100 | 27,100 |
विशेषज्ञ चिंता जता रहे हैं कि एआई के प्रसार से क्या बदलाव आएगा। एमआईटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, एआई ने कई नौकरियों को अपना लिया है। मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों, रचनात्मक लोगों और शिक्षकों की नौकरियों को बदलने की आवश्यकता नहीं होगी।
जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) ने “ग्रूट” नाम से एक मानवाकृति कृत्रिम बुद्धिमत्ता रोबोट पेश किया है। यह Blackwell B200 चिप द्वारा संचालित है, जो पिछली पीढ़ी के H100 चिप से 30 गुना तेज है।Nvidia कंपनी ने H100 एआई चिप पेश करते समय अपना बाजार मूल्य लगभग $300 बिलियन तक पहुंचा दिया। वर्तमान में, कंपनी का बाजार मूल्य $2.3 ट्रिलियन है, जो सेब और माइक्रोसॉफ्ट के बाद तीसरा सबसे बड़ा है।
इस मानवाकृति एआई मॉडल को कारखानों और औद्योगिक सेटिंग में उपयोग के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह मनुष्यों जैसे कार्य करने में सक्षम है, जैसे सफाई, खाना परोसना और वस्तुओं को उठाना। Nvidia ये एआई रोबोट वेयरहाउस, ई-कॉमर्स कंपनियों और कारखानों को बेचने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
“विल रोबोट्स टेक माय जॉब?” – सच्चाई के पीछे
आधुनिक प्रौद्योगिकी ने प्रशासनिक और सेवा क्षेत्रों में कई नौकरियों को ऑटोमेट किया है। लेकिन, मानव श्रम की आवश्यकता समाप्त नहीं हो रही है। रोबोट और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग से कई नए अवसर पैदा हुए हैं।
1990 के दशक में अमेरिका में स्वचालित टेलर मशीनें (ATM) की शुरुआत ने बैंक कर्मचारियों के भविष्य पर सवाल उठाया था। लेकिन, बाद में देखा गया कि ATM ने बैंकों के लिए बचत की और नई शाखाएं खोलने के लिए प्रोत्साहित किया। इसने कुल टेलर रोजगार में वृद्धि की।
आज, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स ने कई रोजगार क्षेत्रों को प्रभावित किया है। लेकिन, मानव रोजगार का अंत नहीं हुआ है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स ने सामाजिक और आर्थिक स्तर पर कई लाभ प्रदान किए हैं।
प्रौद्योगिकी के प्रभाव को संतुलित देखना जरूरी है। नए कौशल और योग्यताओं विकसित करके हम अपनी नौकरी की सुरक्षा को मजबूत कर सकते हैं। इस तरह, विल रोबोट्स टेक माय जॉब की चिंताओं को दूर कर सकते हैं।
ऑटोमेशन और नौकरियों के बीच संतुलन के लिए, प्रौद्योगिकी को समझना जरूरी है। अपने कौशलों को मजबूत बनाने से हम इस बदलाव का लाभ उठा सकते हैं। और अपनी भविष्य की रोजगार क्षमताओं को बढ़ा सकते हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नौकरियां छीन रही है?
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का सच यह है कि यह मनुष्य के समकक्ष नहीं है। एलोन मस्क, टेस्ला के सीईओ, का मानना है कि भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) सभी नौकरियों को प्रतिस्थापित कर देगी। मस्क ने कहा कि भविष्य में नौकरियां “वैकल्पिक” हो जाएंगी और अगर कोई शौक जैसी नौकरी करना चाहता है, तो वह कर सकता है। मस्क ने कहा कि AI और रोबोट किसी भी चीज को प्रदान कर सकते हैं जो हम चाहते हैं।
मशीन लर्निंग, डेटा विज्ञान और रोबोट तकनीकी बनाम मानव रोजगार
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रभाव है और हमें इसका सामना करना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2027 तक कंपनियों में 69 मिलियन नई नौकरियां पैदा होंगी और 83 मिलियन पदों को समाप्त होंगे।8 इस वजह से लगभग 14 मिलियन नौकरियों का नुकसान हो सकता है, जो वर्तमान कार्यबल का लगभग 2% है। संगठनों को AI उपकरणों पर केंद्रित नए कर्मचारियों की आवश्यकता होगी।
इनमें डेटा विश्लेषक, मशीन लर्निंग विशेषज्ञ और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल हैं, और 2027 तक औसतन 30% की वृद्धि होने की उम्मीद है।8 2027 तक, 26 मिलियन से कम प्रशासनिक और क्लर्किकल नौकरियां हो सकती हैं, जिनमें डेटा प्रविष्टि क्लर्क और कार्यकारी सचिव सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
लेकिन कृत्रिम बुद्धिमत्ता के वास्तविक प्रभाव को समझने के लिए, हमें व्यापक परिदृश्य पर नजर रखनी होगी। वर्तमान में, लगभग 34% सभी व्यवसाय-संबंधी कार्य मशीनों द्वारा किए जाते हैं, जो 2020 की तुलना में कुछ अधिक हैं। डेटा प्रविष्टि और चैटबोट प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में स्वचालन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों के व्यापक अपनाने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे, लेकिन धीमी आर्थिक वृद्धि और उच्च मुद्रास्फीति दरों के कारण नौकरियों का नुकसान हो सकता है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नंबर एक और दो का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
“भविष्य में नौकरियों के लिए कोई जगह नहीं रह जाएगी।” – एलोन मस्क
प्रमुख विशेषज्ञों का मानना है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) भावनात्मक बुद्धिमत्ता, जैसे मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर, शिक्षक और रचनात्मक क्षेत्रों की नौकरियों पर प्रभाव डालेगी। मस्क ने कहा कि तकनीक के कारण कुछ लोगों के पास भविष्य में कोई नौकरी नहीं रह जाएगी।
पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रभाव हमारी समझ से बाहर हो सकता है। प्रौद्योगिकी के ऐतिहासिक दर्शन में, हमने इसके पहले भी महान परिवर्तन देखे हैं। एलोन मस्क के अनुसार, उनका सबसे बड़ा लक्ष्य अगले 10 वर्षों में मंगल पर मनुष्यों को भेजना है। हालांकि, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की उन्नति तेजी से हो रही है, जिससे शोधकर्ताओं और विनियामकों के लिए चुनौतियां पैदा हो रही हैं। माता-पिता को भविष्य में तकनीक के कारण बच्चों को होने वाले नुकसान के बारे में चिंतित होना चाहिए।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उद्देश्य मनुष्यों की सहायता करना है, लेकिन इसके प्रभाव को लेकर कुछ चिंताएं हैं। हमें संतुलित दृष्टिकोण अपनाकर, इस तकनीक के दीर्घकालिक असरों को समझने की जरूरत है।
ऑटोमेशन के दौर में कौन सी नौकरियां सुरक्षित हैं?
ऑटोमेशन ने मानव कर्मचारियों को पूरी तरह से बदलना मुश्किल बना दिया है। एटीएम का उदाहरण देखें तो ऑटोमेशन नौकरियों के नुकसान का कारण नहीं होता है। बल्कि यह नई नौकरियां भी पैदा करता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और रोबोटिक्स ने कई लाभ दिए हैं, जैसे उत्पादकता और GDP में वृद्धि। लेकिन, मानव श्रमिकों के दृष्टिकोण को भी बदल दिया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, AI ने लगभग 300 मिलियन नौकरियों को खत्म कर दिया है। इनमें डेटा एंट्री क्लर्क, ग्राहक सेवा प्रतिनिधि और लेखाकार शामिल हैं। एक अनुमान के अनुसार, AI 2024 तक मैनेजर के काम का 69% प्रतिस्थापित कर देगा।
नौकरी | सुरक्षित | कारण |
---|---|---|
कम्प्यूटर प्रोग्रामर | हाँ | 11 कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में मानव की भूमिका अभी भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें जटिल समस्याओं को समझने और सही कोड लिखने की जरूरत होती है। |
मनोवैज्ञानिक | हाँ | 11 मनोवैज्ञानिकों और मनोचिकित्सकों को मानवीय सहानुभूति और समझ की आवश्यकता होती है, जिसे AI द्वारा प्रदान नहीं किया जा सकता। |
डॉक्टर | हाँ | 11 डॉक्टरों को अपने मरीजों के साथ व्यक्तिगत संबंध स्थापित करने की आवश्यकता होती है, जिसे AI द्वारा प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता, भले ही AI स्वास्थ्य सेवाओं और निदान में सुधार कर सकता है। |
डिजिटल मार्केटिंग में AI ने पारंपरिक नौकरियों को स्वचालित किया है। लेकिन, नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद है। विभिन्न उद्योगों में AI टूल्स का उपयोग किया जा रहा है, जो AI कौशल वाले लोगों के लिए नौकरी के अवसर प्रदान कर रहा है।
“रोबोट 15 वर्षों में 40% नौकरियों को प्रतिस्थापित कर देंगे।”
औद्योगिक क्रांति ने औसत कार्य घंटों को 100 से 40 तक कम कर दिया है। तकनीकी उन्नति के कारण जीवन प्रत्याशा 1970 के दशक के 47 वर्ष से बढ़कर 2020 में 70 वर्ष हो गई है।
ऑटोमेशन और AI ने कुछ नौकरियों को प्रभावित किया है, लेकिन मानव दखल अभी भी आवश्यक है। दूसरी ओर, नई नौकरियां भी पैदा हुई हैं, खासकर डिजिटल मार्केटिंग में।
अल्गोरिथ्म – कौन कर रहा है नौकरियों को प्रभावित?
प्रौद्योगिकी का तेजी से विकास ने रोबोटिक्स और AI को ला दिया है। अल्गोरिथ्म ने हमारी नौकरियों पर क्या प्रभाव डाला है, यह देखें.
रोबोटिक्स और AI नौकरियों को कैसे प्रभावित कर रहे हैं
रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (आरपीए) के साथ मानव काम करता है। यह रोबोट को काम करने और संवाद करने में मदद करता है। आरपीए रोबोट तेजी से काम करते हैं, मानवों से तेज।
AI ने मशीनों को मानव बुद्धिमत्ता के कार्य करने में सक्षम बना दिया है। छवि पहचानना और भाषा समझना जैसे कार्य अब मशीनों द्वारा किए जाते हैं। AI का उपयोग स्वचालित वाहनों में भी हो रहा है।
लेकिन, रोबोटिक्स और AI के भविष्य के बारे में उद्योग विशेषज्ञ आशावादी हैं। इन प्रौद्योगिकियों का नौकरियों पर अप्रत्याशित प्रभाव होगा।
एक ओर, “HR नेता कर्मचारियों के लिए सीखने और कौशल प्रदान करने में निवेश कर रहे हैं।” दूसरी ओर, “रोबोट 15 वर्षों में 40% नौकरियों को प्रतिस्थापित कर देंगे।” AI, वर्चुअल पर्सनल सहायक और चैटबॉट्स 2024 तक प्रबंधकों के काम का 69% प्रतिस्थापित कर देंगे।”
अल्गोरिथ्म, रोबोटिक्स और AI ने हमारे रोजगार परिदृश्य को बदल दिया है। इन प्रौद्योगिकियों के साथ हमें अपने कौशल में सुधार करना होगा।
“34% के HR नेता भविष्य की तैयारी के रूप में कर्मचारी सीखने और पुनः कौशल प्रदान करने में निवेश करते हैं।”
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और वर्तमान रोजगार परिदृश्य
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) ने मशीन अनुवाद और भाषण पहचान में बड़ा बदलाव लाया है। पहले इन क्षमताओं को सीखना मुश्किल था। लेकिन अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) ने इन क्षेत्रों में प्रगति की है।
इसने कानून और पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों में नौकरियों की चिंता पैदा की है।
एमसीकिंसी ग्लोबल इंस्टीट्यूट के अनुसार, 2030 तक 800 मिलियन नौकरियों को स्वचालन के कारण प्रभावित हो सकते हैं। स्वचालन प्रौद्योगिकियों से लाभान्वित होने के लिए, व्यवसाय छुट्टियों और पेंशन कोष योगदान की लागत से बचत प्राप्त करते हैं।
एआई के अपनाने में कुछ चुनौतियां हैं, जैसे ज्ञान की कमी और उच्च लागत। सरकारें नई प्रौद्योगिकियों के कारण बेरोजगारी को रोकने के लिए कदम उठा रही हैं।
एआई के प्रभाव को कम करने के लिए, विशेषज्ञता में निवेश और साझेदारी करना अच्छा है। पायलट परियोजनाओं से शुरुआत करना और नैतिक चिंताओं को संबोधित करना भी जरूरी है।
नए डिजिटल तकनीकों के साथ अनुकूलित होने में विफल होने से व्यवसायों को खतरा हो सकता है।
“वर्तमान में प्रदर्शित प्रौद्योगिकियों से लोगों को भुगतान करने के लिए किए गए गतिविधियों का 45% स्वचालन किया जा सकता है।”
एआई, रोबोटिक्स और डिजिटल कर्मचारियों के नौकरियों पर प्रभाव को लेकर बहुत अनुसंधान हो रहा है।13 भविष्य में नौकरी के नुकसान के बारे में चिंताएं हैं।
शिक्षा और प्रशिक्षण में निवेश करना और नैतिक चिंताओं को संबोधित करना जरूरी है।
कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में भविष्य
कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में नए अवसर लगातार उभर रहे हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग, और रोबोटिक्स ने नौकरियों की मांग को बढ़ाया है।
कोडिंग क्षमताओं को अपग्रेड करने की आवश्यकता
कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में सफलता के लिए कोडिंग कौशल अपग्रेड करना जरूरी है। प्रवेश परीक्षाएं जैसे JEE mains और JEE Advanced पास करना होगा। कुछ संस्थानों में PCM से 10+2 पास होना चाहिए। विदेशी यूनिवर्सिटियों में GRE या TOEFL स्कोर की मांग हो सकती है।
कोडिंग कौशल को बेहतर बनाने के लिए, प्रोग्रामिंग भाषाएं, एल्गोरिदम, और डेटा संरचना पर गहराई से अध्ययन करें। प्रोजेक्ट आधारित सीखने और प्रेक्टिस पर ध्यान दें।
कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में सफलता के लिए, कौशलों को निरंतर विकसित करें। प्रारंभिक वेतन 1 लाख से 5 लाख रुपये तक हो सकता है। अनुभव के साथ, वेतन करोड़ों में पहुंच सकता है। भारत में IITs, Jadavpur University, MM University Baddi, Osmania University Hyderabad, Hyderabad University और SRM University प्रमुख संस्थान हैं।
“कोडिंग कौशल को निरंतर अपग्रेड करके, आप कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में एक सफल करियर बना सकते हैं।”
तकनीकी नवाचार और नई नौकरियों का उदय
तकनीकी क्षेत्र में हो रहे नवाचार और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के साथ, नई नौकरियों का उदय देखा जा रहा है। कुछ पारंपरिक नौकरियों पर प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन नए क्षेत्र भी उभर रहे हैं जहां मानव कौशल अभी भी आवश्यक हैं। उदाहरण के लिए, रोबोट तकनीशियन, डेटा विश्लेषक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता इंजीनियर जैसी नई भूमिकाएं सामने आई हैं।
आईटी क्षेत्र में, सॉफ्टवेयर विकास, साइबर सुरक्षा और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में नई नौकरियां उभर रही हैं। इन क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल की भी मांग है। नई नौकरियों के साथ, लोगों को अपने कौशल को लगातार अपग्रेड करने की आवश्यकता है।
प्रौद्योगिकी में लगातार होने वाले बदलावों के साथ, सीखने की क्षमता और नए कौशल सीखने की क्षमता महत्वपूर्ण हो गई है। इस बदलते परिदृश्य में, उद्यमिता और नवाचार विकसित करना भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। तकनीकी नवाचार लोगों के लिए नई संभावनाएं खोल रहा है और भविष्य में उन्हें अनूठी नौकरियां प्रदान कर सकता है।
“तकनीकी प्रगति और रोबोटिक्स भविष्य में मानव रोजगार को बढ़ावा देंगे, जब हम अपने कौशल को लगातार अपग्रेड करते हैं।”
भविष्य में, तकनीकी नवाचार से उत्पन्न होने वाली नौकरियों के लिए कौशल विकास की आवश्यकता होगी। छात्रों और कर्मचारियों को अपने कौशल को मजबूत करने और लगातार सीखने की आवश्यकता होगी। इस तरह की क्षमताएं व्यक्ति को तकनीक से संचालित भविष्य के लिए तैयार करेंगी।
क्षेत्र | नई नौकरियां |
---|---|
आईटी | सॉफ्टवेयर विकास, साइबर सुरक्षा, क्लाउड कंप्यूटिंग |
मैन्युफैक्चरिंग | रोबोट तकनीशियन, स्मार्ट फैक्ट्री इंजीनियर |
डेटा विश्लेषण | डेटा वैज्ञानिक, मशीन लर्निंग इंजीनियर |
स्वास्थ्य देखभाल | बायोमेडिकल इंजीनियर, रोबोट सर्जन |
तकनीकी नवाचार और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के साथ, नई नौकरियों का उदय हो रहा है। कुछ पारंपरिक नौकरियों पर प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन नए क्षेत्रों में मानव कौशल अभी भी महत्वपूर्ण हैं। छात्रों और कर्मचारियों को अपने कौशल को लगातार उन्नत करने की आवश्यकता है ताकि वे तकनीक से संचालित भविष्य में सफल हो सकें।
विशेषज्ञों की राय – भविष्य कैसा दिखता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि ऑटोमेशन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रभाव निश्चित रूप से होगा। लेकिन, यह नौकरियों के नुकसान का कारण नहीं बनेगा। एटीएम के उदाहरण से स्पष्ट है कि ऑटोमेशन नई नौकरियां पैदा करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि AI और रोबोटिक्स को काम सौंपा जाएगा। लेकिन, मांग में वृद्धि के साथ रचनात्मक और क्यूरेटिंग काम में और नौकरियां पैदा होंगी। तकनीकी व्यवधान होगा, लेकिन जनसंख्या वृद्धि के साथ और नौकरियां पैदा होंगी।
कुछ नौकरियां मशीनीकरण और ऑटोमेशन के कारण नुकसान हो सकती हैं। टेलीमार्केटर्स को 99% संभावना है कि AI द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है। रिसेप्शनिस्ट को 96% संभावना है कि ऑटोमेट किया जा सकता है। कुछ सरल नौकरियां जोखिम में हैं, लेकिन उच्च कौशल वाली नौकरियों पर कम प्रभाव पड़ता है।
FAQ
क्या रोबोट मेरी नौकरी ले लेंगे?
रोबोट आपकी नौकरी नहीं ले लेंगे। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ऑटोमेशन के साथ, कुछ नौकरियां बदल जाएंगी। लेकिन, नए क्षेत्र भी उभर रहे हैं, जहां आपका कौशल जरूरी है। उदाहरण के लिए, रोबोट तकनीशियन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता इंजीनियर की नौकरियां हैं。
प्रोग्रामिंग भाषाएं और रोबोट नौकरी क्षमताएं क्या हैं?
कंप्यूटर प्रोग्रामर, वेब डेवलपर और ग्राफिक डिजायनर जैसे क्षेत्रों में मानव कौशल जरूरी है। लेकिन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के साथ, इन क्षेत्रों में कौशल की मांग बढ़ रही है। प्रोग्रामिंग कौशल को अपडेट रखना जरूरी है।
ऑटोमेशन और नौकरियों का क्या संबंध है?
ऑटोमेशन नौकरियों को नुकसान नहीं पहुंचाता है। बल्कि, नई नौकरियां भी पैदा होती हैं। उदाहरण के लिए, एटीएम के आने से बैंक कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है। ऑटोमेशन उत्पादकता और GDP में वृद्धि लाता है, लेकिन नई नौकरियां भी पैदा करता है।
क्या कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नौकरियों को छीन रही है?
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) निश्चित रूप से कुछ नौकरियों को प्रभावित कर रही है। लेकिन, नए क्षेत्र भी उभर रहे हैं, जहां मानव कौशल जरूरी है। उदाहरण के लिए, रोबोट तकनीशियन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता इंजीनियर की नौकरियां हैं।
ऑटोमेशन के दौर में कौन सी नौकरियां सुरक्षित हैं?
ऑटोमेशन के साथ, कुछ नौकरियां सुरक्षित हैं। लेकिन, नई नौकरियां भी उभर रही हैं, जहां मानव कौशल जरूरी है। उदाहरण के लिए, रोबोट तकनीशियन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता इंजीनियर की नौकरियां हैं।
अल्गोरिथ्म कैसे नौकरियों को प्रभावित कर रहा है?
रोबोटिक्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) ने कई नौकरियों को बदल दिया है। उदाहरण के लिए, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग ने मशीन अनुवाद और भाषण पहचान क्षेत्रों में बदलाव लाए हैं।
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग वर्तमान रोजगार परिदृश्य को कैसे प्रभावित कर रहा है?
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग ने कई क्षेत्रों में बदलाव लाए हैं। मशीन अनुवाद और भाषण पहचान जैसे क्षेत्रों में मानव कौशल की मांग बढ़ी है।
कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में भविष्य कैसा दिखता है?
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के साथ, कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में कौशल की मांग बढ़ी है। इन क्षेत्रों में कोडिंग कौशल को अपडेट रखना जरूरी है।
तकनीकी नवाचार और नई नौकरियों का क्या संबंध है?
तकनीकी नवाचार ने नई नौकरियों को जन्म दिया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के साथ, कुछ नौकरियां बदल गई हैं, लेकिन नए क्षेत्र भी उभर रहे हैं, जहां मानव कौशल जरूरी है।
विशेषज्ञों की राय – भविष्य कैसा दिखता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि ऑटोमेशन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रभाव होगा। लेकिन, नई नौकरियां भी पैदा होंगी, जो पुरानी नौकरियों के नुकसान की भरपाई करेंगी।
स्रोत लिंक
- The future of work: Will robots take my job?
- हिन्दी-How Robotic machine will impact jobs?
- AI खत्म कर देगा सारी नौकरियां, लोग शौक के लिए करेंगे जॉब: एलन मस्क – AI will eliminate all jobs jobs will remain like a hobby says Elon Musk
- AI Robot: इंसानों से सीखकर उन्हीं की तरह करेगा काम, अमेरिकी कंपनी एनवीडिया ने किया पेश
- 7 Job Skills Of The Future (That AIs And Robots Can’t Do Better Than Humans)
- Goldman Sachs Predicts 300 Million Jobs Will Be Lost Or Degraded By Artificial Intelligence
- Elon Musk: ‘AI सभी नौकरियों की जगह ले लेगा…’ एलन मस्क ने अपने सबसे बड़े डर के बारे में बात की